प्राचीन भारत का इतिहास, सामान्य ज्ञान

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2-प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत: - पुरातात्त्विक साक्ष्य, साहित्यिक साक्ष्य (वेद, महाकाव्य, पुराण आदि) , विदेशी यात्रियों के विवरण

प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत

प्राचीन भारतीय इतिहास को समझने के लिए विभिन्न स्रोतों का उपयोग किया जाता है। ये स्रोत हमें उस समय की सामाजिकआर्थिकधार्मिकऔर सांस्कृतिक स्थितियों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें मुख्यतः तीन भागों में बांटा जा सकता हैपुरातात्त्विक साक्ष्यसाहित्यिक साक्ष्यऔर विदेशी यात्रियों के विवरण।

1. पुरातात्त्विक साक्ष्य

पुरातात्त्विक साक्ष्य (Archaeological Evidence) वे भौतिक अवशेष होते हैं जो हमें प्राचीन काल की सभ्यताओं और उनके जीवन के बारे में जानकारी देते हैं। इन साक्ष्यों में मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:

  • स्थापत्य अवशेष: प्राचीन मंदिरस्तूपदुर्गमहलऔर नगरों के अवशेष। जैसे कि मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की सभ्यताओं के नगरों के अवशेष।
  • मूर्तिकला और चित्रकला: प्राचीन मूर्तियोंशिलालेखोंऔर गुफा चित्रों के माध्यम से हमें उस समय की धार्मिक और सांस्कृतिक धारणाओं का पता चलता है। उदाहरण के लिएअजंता और एलोरा की गुफाओं में बनी चित्रकला।
  • मुद्राएँ और सिक्के: प्राचीन काल की मुद्राएँ और सिक्के उस समय की आर्थिक स्थितिव्यापारिक गतिविधियाँऔर शासन प्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। मौर्य और गुप्त काल के सिक्के इस दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।
  • शिलालेख: पत्थर या धातु पर उकेरे गए शिलालेख भी महत्वपूर्ण स्रोत हैं। जैसे कि अशोक के शिलालेखजो हमें मौर्य काल के इतिहास और अशोक के धम्म प्रचार के बारे में जानकारी देते हैं।

2. साहित्यिक साक्ष्य (वेदमहाकाव्यपुराण आदि)

साहित्यिक साक्ष्य (Literary Evidence) वे लिखित स्रोत हैं जो हमें प्राचीन भारतीय इतिहास की सामाजिकधार्मिकऔर सांस्कृतिक धारणाओं के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • वेद: वेद भारतीय साहित्य का सबसे पुराना और महत्वपूर्ण स्रोत हैं। ऋग्वेदसामवेदयजुर्वेदऔर अथर्ववेद प्राचीन भारतीय धार्मिक विचारोंसामाजिक संरचनाऔर सांस्कृतिक प्रथाओं के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
  • महाकाव्य: महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य भारतीय संस्कृति और इतिहास के महत्वपूर्ण दस्तावेज़ हैं। इनमें  केवल धार्मिक कहानियाँ हैंबल्कि समाजराजनीतिऔर धर्म की गहरी समझ भी है।
  • पुराण: पुराणों में विभिन्न देवी-देवताओं की कहानियाँरचनात्मक कथाएँऔर धर्म के सिद्धांत मिलते हैं। ये ग्रंथ हमें प्राचीन भारत की धार्मिक आस्थाओं और सांस्कृतिक धारणाओं के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
  • बौद्ध और जैन साहित्य: त्रिपिटकजाटक कथाएँऔर जैन आगम प्राचीन भारत के सामाजिकधार्मिकऔर सांस्कृतिक इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये ग्रंथ उस समय के समाज और धार्मिक प्रवृत्तियों के बारे में जानकारी देते हैं।

3. विदेशी यात्रियों के विवरण

विदेशी यात्रियों के विवरण (Accounts of Foreign Travelers) भी प्राचीन भारतीय इतिहास के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण स्रोत हैं। विभिन्न समय में भारत आए विदेशी यात्री अपने यात्रा वृतांतों में उस समय की सामाजिकआर्थिकऔर राजनीतिक स्थिति का वर्णन करते हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण यात्रियों के नाम निम्नलिखित हैं:

  • मेगस्थनीज: मेगस्थनीज एक यूनानी राजदूत थे जो मौर्य काल में चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में आए थे। उनकी पुस्तक 'इंडिकामें मौर्य काल के समाजराजनीतिऔर प्रशासन का विस्तृत वर्णन मिलता है।
  • फाह्यान: फाह्यान एक चीनी भिक्षु थे जो गुप्त काल में भारत आए थे। उन्होंने अपने यात्रा वृतांत में गुप्त काल के समाज और धर्म का वर्णन किया है।
  • ह्वेनसांग: ह्वेनसांग भी एक चीनी भिक्षु थे जो हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आए थे। उन्होंने अपनी पुस्तक में भारत के विभिन्न भागों में किए गए धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का विवरण दिया है।
  • अलबरूनी: अलबरूनी एक फारसी विद्वान थे जो महमूद ग़ज़नी के साथ भारत आए थे। उन्होंने अपनी पुस्तक 'किताब-उल-हिंदमें भारत के समाजधर्मऔर विज्ञान का विस्तृत अध्ययन किया है।
इन विभिन्न स्रोतों के माध्यम से हम प्राचीन भारतीय इतिहास को समझ सकते हैं। ये स्रोत  केवल हमें उस समय की सामाजिक और सांस्कृतिक धारणाओं के बारे में जानकारी देते हैंबल्कि वे हमारी प्राचीन धरोहर को संरक्षित करने में भी मदद करते हैं।


महत्वपूर्ण बिंदु

1. पुरातात्त्विक साक्ष्य (Archaeological Evidence):

  • अभिलेख (Inscriptions):
    • शिलालेख और ताम्रपत्र (Copper Plates) पर लिखे गए अभिलेख ऐतिहासिक जानकारी का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
    • अशोक के शिलालेख (Ashokan Edicts) सबसे प्रसिद्ध हैं, जो ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपियों में लिखे गए हैं।
    • इलाहाबाद स्तंभ पर समुद्रगुप्त का अभिलेख प्राचीन भारतीय प्रशासनिक इतिहास का साक्ष्य देता है।
  • सिक्के (Coins):
    • विभिन्न शासकों द्वारा जारी किए गए सिक्के शासन के आर्थिक, धार्मिक, और राजनीतिक पहलुओं का अध्ययन करने में मदद करते हैं।
    • कुषाण, सातवाहन, और गुप्त काल के सिक्के विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं, जिनसे शासकों की शक्ति और व्यापारिक संबंधों का पता चलता है।
  • मृदभांड (Pottery):
    • मृदभांडों की शैली और प्रकार से उस युग की संस्कृति और समाज का अध्ययन किया जा सकता है।
    • Painted Grey Ware (PGW) और Northern Black Polished Ware (NBPW) संस्कृति के प्रमुख मृदभांड साक्ष्य हैं।
  • स्थापत्य अवशेष (Architectural Remains):
    • प्राचीन सभ्यताओं के नगर, महल, स्तूप, मंदिर और मठ जैसे निर्माण स्थल ऐतिहासिक जानकारी प्रदान करते हैं।
    • हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की सभ्यता के नगर नियोजन और सिंचाई के अवशेष प्राचीन तकनीकी विकास को दर्शाते हैं।

2. साहित्यिक साक्ष्य (Literary Evidence):

  • वेद (Vedas):
    • ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद भारत के प्राचीनतम धार्मिक और सामाजिक जीवन का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
    • वेदों में धार्मिक अनुष्ठान, सामाजिक व्यवस्था, और आर्थिक जीवन का वर्णन मिलता है।
  • ब्राह्मण और आरण्यक (Brahmanas and Aranyakas):
    • ब्राह्मण ग्रंथों में वेदों की व्याख्या और यज्ञों के महत्व का वर्णन है।
    • आरण्यक और उपनिषद् ग्रंथ दार्शनिक विचारधारा और ज्ञान पर आधारित हैं।
  • महाकाव्य (Epics):
    • रामायण और महाभारत: ये महाकाव्य प्राचीन भारत की राजनीति, समाज, धर्म, और नैतिक मूल्यों का विस्तृत वर्णन करते हैं।
    • महाभारत विशेष रूप से भारत की सबसे बड़ी ऐतिहासिक घटनाओं जैसे कुरुक्षेत्र युद्ध और विभिन्न राजवंशों के बारे में जानकारी देता है।
  • पुराण (Puranas):
    • पुराणों में सृष्टि, राजवंशों, धार्मिक अनुष्ठानों, और किवदंतियों का विस्तृत विवरण मिलता है। विष्णु पुराण, भागवत पुराण, और मत्स्य पुराण प्रमुख हैं।
    • इनमें राजनीतिक घटनाओं और राजवंशों के कालक्रम का भी वर्णन है।
  • बौद्ध और जैन साहित्य:
    • त्रिपिटक (बौद्ध धर्म) और अंग (जैन धर्म) जैसे ग्रंथ धार्मिक, नैतिक और सामाजिक शिक्षाओं का विवरण देते हैं।
    • इनमें मौर्य काल और उससे पूर्व के राजनीतिक और सामाजिक जीवन का उल्लेख मिलता है।

3. विदेशी यात्रियों के विवरण (Accounts of Foreign Travelers):

  • मेगस्थनीज़ (Megasthenes):
    • यूनानी राजदूत जिसने चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में रहकर "इंडिका" नामक पुस्तक लिखी। इसमें मौर्यकालीन प्रशासन, समाज और शहरों का विस्तृत वर्णन मिलता है।
  • फाह्यान (Fa-Hien):
    • चीनी भिक्षु जिसने गुप्त काल के दौरान भारत की यात्रा की और अपनी पुस्तक में बौद्ध धर्म और सामाजिक परिस्थितियों का उल्लेख किया।
  • ह्वेनसांग (Xuanzang):
    • ह्वेनसांग 7वीं शताब्दी में हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आया। उसने नालंदा विश्वविद्यालय और बौद्ध धर्म के प्रचार का विवरण अपनी पुस्तक में लिखा।
  • अलबरूनी (Al-Biruni):
    • मध्य एशियाई विद्वान जिसने महमूद गज़नवी के समय भारत की यात्रा की और अपनी पुस्तक "किताब-उल-हिंद" में भारतीय समाज, धर्म, और विज्ञान के बारे में लिखा।
  • इब्न बतूता (Ibn Battuta):
    • मध्यकालीन यात्री जिसने मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल में भारत की यात्रा की और उस समय की सामाजिक, राजनीतिक, और प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन किया।

 

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यहाँ प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोतों पर आधारित 20 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) दिए जा रहे हैं, जिनमें चार विकल्प और सही उत्तर भी शामिल हैं:

1. प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोतों में कौन सा प्रमुख रूप से शामिल है?
a) धार्मिक ग्रंथ
b) पुरातात्त्विक साक्ष्य
c) विदेशी यात्रियों के विवरण
d) सभी उपरोक्त
सही उत्तर: d) सभी उपरोक्त

 

2. निम्नलिखित में से कौन सा वेद सबसे प्राचीन है?
a) सामवेद
b) यजुर्वेद
c) अथर्ववेद
d) ऋग्वेद
सही उत्तर: d) ऋग्वेद

 

3. महाभारत और रामायण किस श्रेणी में आते हैं?
a) वेद
b) पुराण
c) महाकाव्य
d) उपनिषद
सही उत्तर: c) महाकाव्य

 

4. अशोक के शिलालेख किस प्रकार के साक्ष्य का उदाहरण हैं?
a) साहित्यिक साक्ष्य
b) पुरातात्त्विक साक्ष्य
c) विदेशी विवरण
d) दान पत्र
सही उत्तर: b) पुरातात्त्विक साक्ष्य

 

5. महाकाव्य 'रामायण' के लेखक कौन हैं?
a) वेदव्यास
b) बाल्मीकि
c) तुलसीदास
d) कालिदास
सही उत्तर: b) बाल्मीकि

 

6. किस पुराण में ब्रह्मा, विष्णु, महेश के बारे में वर्णन किया गया है?
a) विष्णु पुराण
b) शिव पुराण
c) ब्रह्मा पुराण
d) भागवत पुराण
सही उत्तर: c) ब्रह्मा पुराण

 

7. मेगस्थनीज ने किस ग्रंथ में मौर्य साम्राज्य का वर्णन किया है?
a) इंडिका
b) गाथास
c) वृत्तांत
d) पथ
सही उत्तर: a) इंडिका

 

8. अजंता की गुफाएँ किस प्रकार की कला का उदाहरण हैं?
a) स्थापत्य कला
b) मूर्तिकला
c) चित्रकला
d) संगीत
सही उत्तर: c) चित्रकला

 

9. फाह्यान किसके शासनकाल में भारत आए थे?
a) चंद्रगुप्त मौर्य
b) सम्राट अशोक
c) गुप्त सम्राट चंद्रगुप्त द्वितीय
d) हर्षवर्धन
सही उत्तर: c) गुप्त सम्राट चंद्रगुप्त द्वितीय

 

10. वेदों में से कौन सा वेद संगीत और गान से संबंधित है?
a) ऋग्वेद
b) सामवेद
c) यजुर्वेद
d) अथर्ववेद
सही उत्तर: b) सामवेद

 

11. किस चीनी यात्री ने हर्षवर्धन के शासनकाल का वर्णन किया है?
a) फाह्यान
b) इत्सिंग
c) ह्वेनसांग
d) अलबरूनी
सही उत्तर: c) ह्वेनसांग

 

12. पुराणों में मुख्य रूप से किस प्रकार की कथाएँ मिलती हैं?
a) राजनीतिक
b) धार्मिक
c) आर्थिक
d) वैज्ञानिक
सही उत्तर: b) धार्मिक

 

13. अशोक के शिलालेख किस लिपि में लिखे गए हैं?
a) ब्राह्मी
b) खरोष्ठी
c) देवनागरी
d) तमिल
सही उत्तर: a) ब्राह्मी

 

14. विदेशी यात्री अलबरूनी किस काल में भारत आए थे?
a) गुप्त काल
b) मौर्य काल
c) मुगल काल
d) मध्यकाल
सही उत्तर: d) मध्यकाल

 

15. गुप्तकाल के सोने के सिक्के किसके नाम से जाने जाते हैं?
a) दीनार
b) मोहर
c) कौड़ी
d) रूपया
सही उत्तर: a) दीनार

 

16. ऋग्वेद में कितने मंत्र शामिल हैं?
a) 1028
b) 1017
c) 1025
d) 1030
सही उत्तर: a) 1028

 

17. महाभारत का किस भाषा में लिखा गया था?
a) संस्कृत
b) प्राकृत
c) पालि
d) तमिल
सही उत्तर: a) संस्कृत

 

18. पुराणों की कुल संख्या कितनी मानी जाती है?
a) 16
b) 18
c) 20
d) 24
सही उत्तर: b) 18

 

19. किस विदेशी यात्री ने 'किताब-उल-हिंद' नामक ग्रंथ लिखा?
a) मेगस्थनीज
b) फाह्यान
c) ह्वेनसांग
d) अलबरूनी
सही उत्तर: d) अलबरूनी

 

20. प्राचीन भारत के किस महाकाव्य में कुरुक्षेत्र युद्ध का वर्णन किया गया है?
a) रामायण
b) महाभारत
c) विष्णु पुराण
d) भागवत पुराण
सही उत्तर: b) महाभारत

 

ये प्रश्न प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोतों के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं और आपकी तैयारी के लिए सहायक हो सकते हैं।

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