प्राचीन भारत का इतिहास, सामान्य ज्ञान
16. गुप्तसाम्राज्य- गुप्त साम्राज्य का स्वर्णिम युग,कला साहित्य और विज्ञान का विकास , प्रशासनिक व्यवस्था और समाज
गुप्त
साम्राज्य का स्वर्णिम युग
गुप्त
साम्राज्य (लगभग 320-550 ईस्वी) भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण
काल है जिसे 'स्वर्णिम
युग' के रूप में
जाना जाता है। इस
अवधि में भारत ने
राजनीतिक स्थिरता, सांस्कृतिक समृद्धि, और आर्थिक उन्नति
का अनुभव किया। गुप्त वंश के संस्थापक
श्रीगुप्त थे, लेकिन इस
साम्राज्य के सबसे प्रमुख
शासक चन्द्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त और चन्द्रगुप्त द्वितीय
(विक्रमादित्य) थे। चन्द्रगुप्त प्रथम
के शासनकाल से शुरू होकर,
इस साम्राज्य ने उत्तर भारत
में अपना प्रभुत्व स्थापित
किया। इस काल में
युद्ध, शांति और कला के
क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति
हुई।
कला,
साहित्य और विज्ञान का
विकास
गुप्त
काल को भारतीय कला,
साहित्य, और विज्ञान के
विकास का स्वर्णिम युग
माना जाता है। इस
समय की प्रमुख कला
शैलियों में मथुरा और
गांधार शैली का मेल
देखने को मिलता है।
अजंता और एलोरा की
गुफाओं में बने भित्तिचित्र
और मूर्तियाँ इस काल की
कला का उत्कृष्ट उदाहरण
हैं।
साहित्य
के क्षेत्र में, इस समय
महाकाव्य, नाटक और काव्य
की रचना की गई।
कालिदास, भास, और विष्णुगुप्त
जैसे महाकवियों ने इस काल
में अपनी रचनाएँ कीं।
कालिदास की 'शकुंतला' और
'मेघदूत' जैसी कृतियाँ आज
भी साहित्य के अमर स्तम्भ
मानी जाती हैं।
विज्ञान
के क्षेत्र में भी गुप्त
काल उल्लेखनीय है। आर्यभट्ट और
वराहमिहिर जैसे महान वैज्ञानिकों
ने इस समय खगोलशास्त्र
और गणित में महत्वपूर्ण
योगदान दिया। आर्यभट्ट ने 'आर्यभटीय' में
शून्य की अवधारणा और
पाई के मान की
जानकारी दी।
प्रशासनिक
व्यवस्था और समाज
गुप्त
साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था
सुगठित और कुशल थी।
साम्राज्य को विभिन्न प्रांतों
में विभाजित किया गया था,
जिन्हें 'भुक्ति' कहा जाता था।
प्रत्येक भुक्ति का संचालन 'उपरिक'
के अधीन होता था,
जो राजा द्वारा नियुक्त
किया जाता था। गांवों
और नगरों की प्रशासनिक व्यवस्था
'ग्रामिका' और 'नगरिक' के
जिम्मे थी।
गुप्तकालीन
समाज में वर्ण व्यवस्था
पर आधारित सामाजिक संरचना थी, जिसमें ब्राह्मणों
का प्रमुख स्थान था। इस समय
धर्म, कला, और साहित्य
के साथ-साथ सामाजिक
न्याय और नैतिकता पर
भी विशेष ध्यान दिया गया। महिलाओं
की स्थिति में कुछ सुधार
हुआ, लेकिन वे मुख्य रूप
से परिवार और धार्मिक गतिविधियों
तक ही सीमित रहीं।
समग्र
रूप से, गुप्त काल
भारतीय इतिहास में एक ऐसा
युग था जिसमें भारतीय
सभ्यता ने अपने चरमोत्कर्ष
को प्राप्त किया, और उसकी गूंज
सदियों तक भारतीय उपमहाद्वीप
में सुनाई देती रही।
महत्वपूर्ण बिंदु
गुप्त
साम्राज्य
(Gupta Empire)
1. गुप्त
साम्राज्य का स्वर्णिम युग (Golden Age of the Gupta
Empire):
- गुप्त साम्राज्य की स्थापना:
- श्रीगुप्त ने गुप्त साम्राज्य की नींव लगभग 320 ईस्वी में रखी। उनके बाद घटोत्कच और फिर चंद्रगुप्त प्रथम ने शासन किया, जिनके समय में गुप्त वंश ने विस्तार प्राप्त किया।
- चंद्रगुप्त प्रथम (319-335
ईस्वी) ने मगध, प्रयाग, और साकेत के क्षेत्रों पर अधिकार कर साम्राज्य को एकजुट किया। उन्होंने लिच्छवी वंश से विवाह किया, जिसने उनके राजनीतिक महत्व को बढ़ाया।
- समुद्रगुप्त
(Samudragupta):
- चंद्रगुप्त प्रथम के पुत्र समुद्रगुप्त (335-375
ईस्वी) गुप्त साम्राज्य के सबसे महान शासक माने जाते हैं। उन्हें भारत का नेपोलियन कहा जाता है।
- उन्होंने कई सैन्य अभियान चलाकर भारत के विभिन्न भागों को जीता और अपने साम्राज्य को दक्षिण में कांची, पूर्व में बंगाल और पश्चिम में मालवा तक विस्तारित किया।
- समुद्रगुप्त ने कला और साहित्य को भी प्रोत्साहन दिया और खुद को कवि सम्राट कहा। उनके सिक्कों पर वीणा बजाते हुए उनकी छवि देखी जा सकती है।
- चंद्रगुप्त द्वितीय (Chandragupta
II):
- चंद्रगुप्त द्वितीय (380-415
ईस्वी), जिन्हें विक्रमादित्य भी कहा जाता है, के शासनकाल में गुप्त साम्राज्य ने अपना सर्वोच्च शिखर छुआ।
- उन्होंने पश्चिमी क्षत्रपों को हराकर गुजरात, सौराष्ट्र, और मालवा को अपने साम्राज्य में मिलाया।
- चंद्रगुप्त द्वितीय के समय भारत में कला, साहित्य, विज्ञान, और सांस्कृतिक विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति हुई, जिसके कारण गुप्त काल को स्वर्णिम युग कहा जाता है।
2. कला,
साहित्य और विज्ञान का विकास (Development of Art,
Literature, and Science):
- कला (Art):
- गुप्त काल भारतीय मूर्तिकला और चित्रकला के विकास का शिखर था। इस काल की मूर्तियों में सौंदर्य, भावनात्मकता, और शांति का अद्भुत संयोजन देखा जाता है।
- अजंता की गुफाएँ गुप्त काल की चित्रकला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं, जिनमें बौद्ध धर्म से संबंधित अद्भुत चित्रण देखने को मिलता है।
- मथुरा और सारनाथ की मूर्तिकला शैली इस समय प्रसिद्ध थी, जहाँ भगवान बुद्ध की विभिन्न मूर्तियाँ और देवी-देवताओं की मूर्तियाँ बनाई गईं।
- साहित्य (Literature):
- गुप्त काल में संस्कृत साहित्य को स्वर्णिम युग माना जाता है। इस समय काल में काव्य, नाटक, और महाकाव्य का विकास हुआ।
- कालिदास इस युग के महानतम कवि और नाटककार थे। उनके प्रमुख ग्रंथ हैं अभिज्ञान शाकुंतलम, मेघदूत, कुमारसंभव, और रघुवंश।
- अन्य प्रमुख साहित्यकारों में विशाखदत्त (मुद्राराक्षस), भास और शूद्रक (मृच्छकटिकम) शामिल हैं।
- गुप्तकालीन साहित्य में धार्मिक और लौकिक विषयों का संतुलन देखा जाता है।
- विज्ञान (Science):
- गुप्त युग में विज्ञान और गणित के क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति हुई। आर्यभट ने इस युग में आर्यभट्टीय ग्रंथ लिखा, जिसमें शून्य की अवधारणा, ग्रहों की गति, और त्रिकोणमिति का वर्णन किया गया है।
- वराहमिहिर ने बृहत्संहिता नामक खगोलीय और ज्योतिष ग्रंथ की रचना की, जिसमें खगोल विज्ञान, जलवायु, और भूगर्भ विज्ञान पर चर्चा की गई है।
- चिकित्सा के क्षेत्र में चरक और सुश्रुत ने गुप्त काल में अपने चिकित्सा शास्त्र का विकास किया।
- इस काल में धातु विज्ञान का भी विकास हुआ। दिल्ली के लौह स्तंभ इसका प्रमाण है, जो बिना जंग लगे आज तक खड़ा है।
3. प्रशासनिक
व्यवस्था
(Administrative Structure):
- राज्य की संरचना (State
Structure):
- गुप्त साम्राज्य में एक केंद्रीकृत प्रशासनिक प्रणाली थी, जिसमें सम्राट सर्वोच्च शासक होता था। राज्य के विभिन्न हिस्सों को प्रांतों (भुक्ति) में विभाजित किया गया, जिनका प्रशासन उपरिक नामक अधिकारी करते थे।
- प्रांतों के अंतर्गत विषय नामक जिले होते थे, जिनका संचालन विषयपति के अधीन था। ग्राम स्तर पर ग्रामिक या महत्तर जैसे अधिकारी नियुक्त होते थे।
- कर व्यवस्था (Tax System):
- गुप्त काल में कृषि कर प्रमुख राजस्व स्रोत था। करों का संग्रह करने के लिए एक व्यवस्थित प्रणाली थी, जिसमें फसल का एक हिस्सा राज्य को दिया जाता था।
- व्यापार और उद्योग पर भी कर लगाए जाते थे, और राज्य के लिए विभिन्न कर्तव्यों का पालन अनिवार्य था।
- सैन्य व्यवस्था (Military
Structure):
- गुप्त काल में सेना की विशेष भूमिका थी। राज्य की सुरक्षा के लिए एक संगठित और शक्तिशाली सेना का गठन किया गया। इसमें घुड़सवार, हाथी सेना, पैदल सैनिक, और रथ शामिल थे।
- समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त द्वितीय ने सैन्य अभियानों द्वारा अपने साम्राज्य का विस्तार किया।
4. समाज
(Society):
- समाजिक संरचना (Social
Structure):
- गुप्त काल में समाज वर्ण व्यवस्था पर आधारित था, जिसमें ब्राह्मणों का समाज में विशेष स्थान था। क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र भी सामाजिक ढांचे के प्रमुख अंग थे।
- समाज में जाति व्यवस्था कठोर होती जा रही थी, लेकिन आर्थिक समृद्धि के कारण व्यापारियों और शिल्पकारों का समाज में महत्वपूर्ण स्थान था।
- धार्मिक जीवन (Religious Life):
- गुप्त काल में हिंदू धर्म का पुनरुत्थान हुआ। भगवान विष्णु, शिव, और देवी दुर्गा की पूजा का विशेष प्रचार हुआ।
- शैव, वैष्णव, और शाक्त धर्म प्रमुख धार्मिक पंथ बने। साथ ही, बौद्ध धर्म और जैन धर्म का भी व्यापक प्रभाव था।
- बौद्ध धर्म का महायान संप्रदाय इस काल में उभरा और गुप्त शासकों ने बौद्ध विहारों और स्तूपों का संरक्षण किया।
- नारी की स्थिति (Status of
Women):
- गुप्त काल में महिलाओं की स्थिति में गिरावट आई। समाज में महिलाओं के अधिकार सीमित हो गए और वे अधिकतर घरेलू कार्यों में संलग्न थीं।
- सती प्रथा का उदय भी इस काल में देखा गया, हालांकि यह पूरे समाज में प्रचलित नहीं थी।
- शिक्षा और गुरुकुल प्रणाली (Education and
Gurukul System):
- गुप्त काल में शिक्षा का स्तर उच्च था। गुरुकुल प्रणाली के माध्यम से छात्रों को वेद, दर्शन, विज्ञान, गणित, और राजनीति की शिक्षा दी जाती थी।
- नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय शिक्षा के प्रमुख केंद्र थे, जहाँ देश-विदेश से विद्यार्थी आते थे।
गुप्त साम्राज्य से संबंधित 20 बहुविकल्पीय प्रश्न और उत्तर:
प्रश्न 1: गुप्त साम्राज्य का संस्थापक कौन था?
- (A) चन्द्रगुप्त मौर्य
- (B) समुद्रगुप्त
- (C) श्रीगुप्त
- (D) अशोक
उत्तर: (C) श्रीगुप्त
प्रश्न 2: किस गुप्त शासक को 'विक्रमादित्य' की उपाधि प्राप्त थी?
- (A) चन्द्रगुप्त प्रथम
- (B) समुद्रगुप्त
- (C) स्कन्दगुप्त
- (D) चन्द्रगुप्त द्वितीय
उत्तर: (D) चन्द्रगुप्त द्वितीय
प्रश्न 3: गुप्त काल को किस रूप में जाना जाता है?
- (A) ताम्र युग
- (B) स्वर्णिम युग
- (C) रजत युग
- (D) कांस्य युग
उत्तर: (B) स्वर्णिम युग
प्रश्न 4: अजंता और एलोरा की गुफाएँ किस काल में निर्मित हुई थीं?
- (A) मौर्य काल
- (B) कुषाण काल
- (C) गुप्त काल
- (D) मौर्य काल के बाद
उत्तर: (C) गुप्त काल
प्रश्न 5: कालिदास कौन थे?
- (A) गणितज्ञ
- (B) कवि
- (C) चिकित्सक
- (D) मूर्तिकार
उत्तर: (B) कवि
प्रश्न 6: आर्यभट्ट किस क्षेत्र के विद्वान थे?
- (A) गणित
- (B) साहित्य
- (C) आयुर्वेद
- (D) संगीत
उत्तर: (A) गणित
प्रश्न 7: गुप्त साम्राज्य की प्रशासनिक इकाई को क्या कहा जाता था?
- (A) राज्य
- (B) ग्राम
- (C) भुक्ति
- (D) महाजनपद
उत्तर: (C) भुक्ति
प्रश्न 8: किस गुप्त शासक ने समुद्रगुप्त के बाद शासन किया?
- (A) कुमारगुप्त
- (B) चन्द्रगुप्त द्वितीय
- (C) स्कन्दगुप्त
- (D) श्रीगुप्त
उत्तर: (B) चन्द्रगुप्त द्वितीय
प्रश्न 9: किसे 'भारतीय न्यूटन' कहा जाता है?
- (A) कालिदास
- (B) आर्यभट्ट
- (C) वराहमिहिर
- (D) समुद्रगुप्त
उत्तर: (B) आर्यभट्ट
प्रश्न 10: 'शकुंतला' की रचना किसने की थी?
- (A) कालिदास
- (B) आर्यभट्ट
- (C) भास
- (D) विष्णुगुप्त
उत्तर: (A) कालिदास
प्रश्न 11: गुप्त साम्राज्य के दौरान, समाज में मुख्यतः किस वर्ग का वर्चस्व था?
- (A) क्षत्रिय
- (B) वैश्य
- (C) शूद्र
- (D) ब्राह्मण
उत्तर: (D) ब्राह्मण
प्रश्न 12: गुप्तकालीन मुद्रा को क्या कहा जाता था?
- (A) दीनार
- (B) रूपया
- (C) कौड़ी
- (D) सिक्का
उत्तर: (A) दीनार
प्रश्न 13: गुप्तकालीन शासन में मुख्य न्यायाधीश को क्या कहा जाता था?
- (A) धर्माधिकार
- (B) न्यायाधीश
- (C) प्रधान मंत्री
- (D) महादंडनायक
उत्तर: (D) महादंडनायक
प्रश्न 14: गुप्त शासक समुद्रगुप्त को किस नाम से भी जाना जाता है?
- (A) नरकेसरी
- (B) विक्रमादित्य
- (C) अशोक
- (D) चक्रवर्ती
उत्तर: (A) नरकेसरी
प्रश्न 15: गुप्तकाल के दौरान किस विज्ञान में सबसे अधिक प्रगति हुई?
- (A) रसायन विज्ञान
- (B) खगोलशास्त्र
- (C) भूगोल
- (D) वनस्पति विज्ञान
उत्तर: (B) खगोलशास्त्र
प्रश्न 16: गुप्तकालीन स्थापत्य कला का उत्कृष्ट उदाहरण क्या है?
- (A) ताजमहल
- (B) सूर्य मंदिर, कोणार्क
- (C) अजंता गुफाएँ
- (D) कुतुब मीनार
उत्तर: (C) अजंता गुफाएँ
प्रश्न 17: गुप्तकाल में 'नव रत्न' किसके दरबार में थे?
- (A) समुद्रगुप्त
- (B) चन्द्रगुप्त प्रथम
- (C) स्कन्दगुप्त
- (D) चन्द्रगुप्त द्वितीय
उत्तर: (D) चन्द्रगुप्त द्वितीय
प्रश्न 18: गुप्तकालीन शासकों ने किसके धर्म का प्रचार किया?
- (A) बौद्ध धर्म
- (B) जैन धर्म
- (C) वैदिक धर्म
- (D) इस्लाम
उत्तर: (C) वैदिक धर्म
प्रश्न 19: गुप्तकाल के दौरान, कौन-सा साहित्यिक कृति नहीं लिखी गई थी?
- (A) मेघदूत
- (B) शकुंतला
- (C) अर्थशास्त्र
- (D) कुमारसंभव
उत्तर: (C) अर्थशास्त्र
प्रश्न 20: गुप्त साम्राज्य की भाषा क्या थी?
- (A) संस्कृत
- (B) पालि
- (C) प्राकृत
- (D) तमिल
उत्तर: (A) संस्कृत